Tuesday, January 18, 2011

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आप सभी जानते हैं कि प्रदेश में कड़ाके की ठंढ पड  रही है। बिहार की आबादी का एक बड हिस्सा सड कों पर गुजारा करता है। गाँव से काम की तलाश में शहर आये हुये लोग खुले आसमान के नीचे किसी तरह एक चादर या एक कंबल अथवा बोरे के सहारे ठिठुर कर रात बिताने को मजबूर हैं। पिछले कुछ दिनों से ठंढ काफी बढ चुकी है। बुढ औरत मर्द, बच्चे और असहाय लोग ठंढ से अपने को बचाने की किसी प्रकार जद्दोजहद कर रहे हैं।


इस संबंध में हमारी एक टीम २६ दिसम्बर की रात बजे से ११ बजे तक पटना के सड कों पर गुजारा कर रहे लोगों का मुआयना किया और उसकी रिपोर्ट मुखय सचिव (बिहार सरकार), प्रधान सचिव (आपदा प्रबंधन) तथा जिलाधिकारी पटना को सौंपी गयी। यह रिपोर्ट दैनिक समाचार पत्र 'आज' में प्रकाशित भी हुई। इसके पहले १६.१२.२०१० को एक पत्र मुखय सचिव, बिहार सरकार को लिखा गया था, जिसमें सड कों पर रहने वाले लोगों को ठंढ से बचाने के लिये तात्कालिक टेंट, गरम कपड , कंबल, अलाव आदि की व्यवस्था करने की अपील की गई थी।


बेघरों के रहने के लिये व्यवस्था संबंधी सर्वोच्च न्यायालय ने राज्य सरकारों को आदेद्गा दिया है। इस संदर्भ में तारीख १५ दिसम्बर २०१० को सर्वोच्य न्यायालय के आयुक्त श्री हर्ष मंदर, राष्ट्रीय सलाहकार डॉ. सज्जाद हसन (आई० ए० एस.), राज्य सलाहकार श्री रुपेद्गा ने विकास आयुक्त (बिहार सरकार) और संबंधित विभागों के प्रधान सचिव के साथ बैठक की। बैठक में सवोच्य न्यायालय के आदेद्गा के मुताबिक राज्य सरकार ने बेघरों एवं सड पर रहने वालों के लिये व्यवस्था की बात कही।


आपदा प्रबंधन विभाग के कार्यालय में श्री रामविलास पाठक, संयुक्त सचिव ने हमलोगों को जानकारी दी कि आपदा प्रबंध विभाग ने प्रत्येक जिले को . लाख रुपये की राद्गिा ठंढ से लोगों को बचाने के लिये मुहैयाा करा दी गयी है। इसके अलावा सरकारी दावा यह भी है कि गरीबों को ठंढ से बचाने के लिए प्रत्येक जिले में एक नियंत्रण कक्ष बनाया गया है। परन्तु खेद की बात यह है कि आज तक लोगों को इस कंपकंपाती ठंढ से राहत दिलाने के लिये प्रशासन द्वारा कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया है। हालत इतनी बदतर हो चुकी है कि गरीब लोग ठंढ से मर रहे हैं और सरकारी तंत्र द्वारा लोगों को बचाने के दावे किये जा रहे हैं।


निस्संदेह यह समस्या पूरे समाज की समस्या है। हमने अपनी ओर से इंसानियत के नाते दिनांक जनवरी २०११ को स्थानीय कदमकुआं स्थित बुद्धमूर्ति गोलंबर के पास लोगों के बीच गर्म कपड़ों का वितरण किया। आप सबों से भी अपील है कि इस संदर्भ में राज्य सरकार जिला प्रशासन पर दबाव बनायें, साथ ही आप अपने स्तर से भी सड पर रहने वाले लोगों के लिये तात्कालिक टेंट, गरम कपड , कंबल, अलाव आदि की व्यवस्था करने की कोशिश करें। इसके लिये सक्षम लोगों से भी व्यवस्था करवाने की पहल करें।


निवदेक
रूपेश, संजय कुमार, नीलू, नवल किशोर कुमार, ऋत्चिज कुमार, विकास, भूषण प्रसाद, प्रभाकर जैनेंद्र, शैला परवीण, विशाखा, पप्पु कुमार
लोक परिषद, आब्दीन हाउस, फ्रेजर रोड, पटना

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